यमुना के 9 करोड़ लीटर पानी से मिलती है मात्र 5 किलो काली मिट्टी, उस मिट्टी की है क्रिकेट में भारी मांग

यमुना के 9 करोड़ लीटर पानी से मिलती है मात्र 5 किलो काली मिट्टी, उस मिट्टी की है क्रिकेट में भारी मांग

5 months ago | 5 Views

प्रयागराज में यमुना नदी एक तिहाई आबादी की प्यास बुझाती है। सिविल लाइंस और पुराने शहर में जलापूर्ति के लिए प्रतिदिन यमुना से सुबह-शाम लगभग नौ करोड़ लीटर पानी जलकल के खुसरोबाग जलाशय लाया जाता है। यमुना का पानी खुसरोबाग तक लाने के लिए करेलाबाग में पंपिंग स्टेशन और इनटेक वेल बने हुए हैं। पानी के साथ खुसरोबाग आने वाली काली मिट्टी जलकल विभाग के लिए किसी काम की नहीं होती, लेकिन क्रिकेट के खिलाड़ियों के लिए यह अनमोल है। क्रिकेट का पिच और विकेट तैयार करने के लिए इसकी भारी डिमांड है।

क्रिकेट ग्राउंड में पिच और विकेट तैयार करने के लिए कोच, खिलाड़ी और ग्राउंड के मालिक इस मिट्टी के लिए विभाग के पास अर्जी लगाते हैं। आवेदन के महीनों बाद यह काली मिट्टी मिल पाती है, क्योंकि यमुना से आने वाले पानी में इसकी उपलब्धता बहुत कम होती है। काली मिट्टी के लिए लगभग आधा दर्जन सिफारिश महापौर गणेश केसरवानी के पास लंबित है। क्रिकेट के कोचिंग कैंप चलाने वाले इसकी अच्छी कीमत भी देने को तैयार रहते हैं।

IND vs ENG 2nd Test Highlights: भारत ने किया बर्मिंघम किला फतह, इंग्लैंड को  रौंदकर सीरीज में की बराबरी India vs England Live Score Day 5 IND vs ENG 2nd  Test Scorecard

अब कछारी क्षेत्र में कब्जा करने लगीं गंगा, यमुना स्थिर

मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में दो साल पहले तक यमुना की काली मिट्टी से ही पिच तैयार की जाती थी। शहर के तमाम कोचिंग कैंप के विकेट में भी यमुना की काली मिट्टी का इस्तेमाल होता है। प्रयागराज के वरिष्ठ क्रिकेट खिलाड़ी एलबी काला कहते हैं यमुना की काली मिट्टी से बनी पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकुल होती है। इससे पिच जल्दी खराब नहीं होती। यह गुणवत्ता सामान्य काली मिट्टी में नहीं होती।

यूपी में 2400, ताइवान में 12000 रुपये क्विंटल बिकता है मक्का; प्रयागराज के किसानों को मिला निर्यात ऑर्डर

जलकल विभाग के सचिव शिवम मिश्रा बताते हैं कि यमुना का पानी खुसरोबाग में साफ किया जाता है। सफाई के दौरान नौ करोड़ लीटर पानी से प्रतिदिन पांच से 10 किलो काली मिट्टी ही निकलती है। मिट्टी जलकल विभाग के लिए किसी काम का नहीं, लेकिन इसे सहेज कर रखना पड़ता है जो एक काम है। मिट्टी को सुरक्षित रखने के लिए स्टोर बनाया गया है। जब खिलाड़ी, कोच या ग्राउंड संचालक महापौर और अन्य माध्यमों से मांगते हैं तो मिट्टी ट्रैक्टर से भेजी जाती है। मिट्टी के बदले कोई शुल्क नहीं लिया जाता।

ये भी पढ़ें: बर्मिंघम की हार से आहत है इंग्लैंड, लॉर्ड्स की पिच को लेकर कोच मैकुलम ने कर दी ये डिमांड

Get the latest Bollywood entertainment news, trending celebrity news, latest celebrity news, new movie reviews, latest entertainment news, latest Bollywood news, and Bollywood celebrity fashion & style updates!

HOW DID YOU LIKE THIS ARTICLE? CHOOSE YOUR EMOTICON!

#     

trending

View More