Amar Singh Chamkila Review: दिलजीत ने जीता दिल, इम्तियाज ने की अच्छी कोशिश; पढ़ें अमर सिंह चमकीला का रिव्यू

Amar Singh Chamkila Review: दिलजीत ने जीता दिल, इम्तियाज ने की अच्छी कोशिश; पढ़ें अमर सिंह चमकीला का रिव्यू

26 days ago | 9 Views

फिल्म- अमर सिंह चमकीला

कलाकार- दिलजीत दोसांझ, परिणीति चोपड़ा, अपिंदरदीप सिंह आदि

निर्देशक- इम्तियाज अली

ओटीटी- नेटफ्लिक्स

अमर सिंह चमकीला…नेटफ्लिक्स पर इस नाम से एक फिल्म रिलीज हुई है। बता दें, अमर सिंह चमकीला पंजाब के बहुत बड़े गायक थे। 70 और 80 के दशक में अपनी गायिकी से लोगों को दीवाना बनाने वाले अमर सिंह चमकीला की 1988 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। फर्श से अर्श तक पहुंचे इस गायक की मौत को 36 साल हो गए हैं, लेकिन अभी तक उनकी हत्या की गुत्थी नहीं सुलझी है। हालांकि, इम्तियाज अली ने अपनी फिल्म की कहानी अमर सिंह चमकीला की मौत की अनसुलझी गुत्थी के इर्द-गिर्द नहीं बल्कि उनके 1979 से लेकर 1988 तक के सफर के इर्द-गिर्द बुनी है। चलिए जानते हैं कि इम्तियाज अली अमर सिंह चमकीला की कहानी को पर्दे पर दिखाने में कितने सफल हुए हैं। पढ़िए हमारा रिव्यू।

दिलजीत ने जीता दिल

दिलजीत दोसांझ ने इम्तियाज अली की फिल्म में अमर सिंह चमकीला का किरदार निभाया है। उन्होंने बहुत ही कमाल का काम किया है। उनकी एक्टिंग को देख ऐसा लग रहा है जैसे वह अमर सिंह चमकीला को बहुत करीब से जानते हैं। शायद ऐसा इसलिए भी लगा क्योंकि दिलजीत खुद पंजाब से हैं और वहां की मिट्टी से जुड़े हुए हैं। इतना ही नहीं, वह गायक भी हैं और उन्होंने चमकीला की ही तरह फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है।

इम्तियाज अली का काम

इम्तियाज अली ने इस फिल्म की कहानी को हकीकत के करीब रखने की कोशिश की। उन्होंने इसे डॉक्यूमेंट्री की तरह नहीं बनाया है। किंतु फिल्म में अमर सिंह चमकीला और अमरजोत कौर के पुराने वीडियोज का इस्तेमाल कर फैंस को फिल्म से जोड़े रखने का काम जरूर किया है। इतना ही नहीं, इम्तियाज ने फिल्म में अमर सिंह चमकीला के ही गानों का इस्तेमाल किया है। अच्छी बात ये है कि उन्होंने चमकीला के गानों के साथ जरा-सी भी छेड़छाड़ नहीं की है।

यहां खा गई मात

इस फिल्म को अमर सिंह चमकीला की कहानी के तौर पर नहीं देखकर अगर सिर्फ एक फिल्म के तौर पर देखें तो इसमें बहुत सारे सीन्स ऐसे हैं जिन्हें जबरदस्ती डाला गया है। उन सीन्स की वजह से कहीं-कहीं फिल्म बोरिंग लगने लगती है। इसके अलावा फिल्म में ड्रामा और सस्पेंस की भी कमी नजर आती है। ऐसा नहीं है कि असल घटना पर फिल्म बनाई जाए तो उसमें ड्रामा और सस्पेंस नहीं का तड़का नहीं लगाया जा सकता है। हाल ही में डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर 'बुराड़ी कांड' पर बनी वेब सीरीज 'आखिरी सच' रिलीज हुई थी। इस वेब सीरीज में सस्पेंस भी था और ड्रामा भी था। इसके अलावा भी ऐसी कई सारी फिल्में और वेब सीरीज आई हैं जिन्हें हकीकत के करीब भी रखा गया है और सस्पेंस का तड़का भी लगाया गया है।

देखें या नहीं देखें?

आप वीकेंड पर ये फिल्म देख सकते हैं। यदि आपका पंजाब से कोई कनेक्शन है या आप अमर सिंह चमकीला के गानों के फैन हैं तो आपको ये फिल्म पसंद आ सकती है। लेकिन, अगर आप पंजाबी नहीं जानते हैं तो आपको ये फिल्म बोरिंग लग सकती है क्योंकि पूरी फिल्म में अमर सिंह चमकीला के ओरिजनल पंजाबी गानों का इस्तेमाल किया गया है जिन्हें समझना थोड़ा मुश्किल है।

पहले भी बन चुकी है अमर सिंह चमकीला पर फिल्म

इम्तियाज अली से पहले फिल्म निर्देशक कबीर सिंह चौधरी ने 'मेहसमपुर' नाम की एक फिल्म बनाई थी। ये फिल्म अमर सिंह चमकीला की अनसुलझी हत्या के इर्द-गिर्द बनाई गई थी।

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